प्रारंभिक परीक्षा UPSC सिविल सेवा परीक्षा का प्रवेश द्वार होती है। इस परीक्षा के माध्यम से बड़ी तादाद में अभ्यर्थियों की छंटनी कर दी जाती है। उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही मुख्य परीक्षा के लिए पात्र होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा के इस द्वार को पार करने की रणनीति साझा करने के लिए आज हमारे साथ हैं संस्कृति IAS Coaching के CEO श्री शिवेश मिश्रा सर।
शिवेश सर संस्कृति IAS कोचिंग के CEO बनने के पूर्व दृष्टि IAS कोचिंग के CEO थे। सर दृष्टि IAS की व्यवसायिकता से खिन्न होकर छात्र हित में संस्कृति IAS कोचिंग की स्थापना की। संस्कृति IAS कोचिंग के इस मंच पर देश के सर्वश्रेष्ठ विषय विशेषज्ञ को लाने का कार्य किया, जिनके प्रयास से संस्कृति IAS कोचिंग देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था बन गई। यह संस्था दिल्ली के मुख़र्जीनगर से संचालित हो रही है, जिसकी एक शाखा प्रयागराज में भी है।
सर से प्रश्न है कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए उचित रणनीति क्या हो?
सर कहते हैं कि सर्वप्रथम हमे परीक्षा के स्वरुप और इस परीक्षा के चरणों की प्रकृति को समझना होगा। सर इस परीक्षा की संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहते हैं कि यह परीक्षा तीन चरणों में संपन्न होती है; जिसका पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा, दूसरा चरण मुख्य परीक्षा और अंतिम चरण साक्षात्कार होता है।
प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न-पत्र होते हैं पहले प्रश्न-पत्र सामान्य अध्ययन का होता है और दूसरा प्रश्न-पत्र आम बोलचाल की भाषा में CSAT का होता है। दोनों प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकृति के होते हैं। इस परीक्षा को पास कर अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए अर्ह होते है।
मुख्य परीक्षा लिखित माध्यम में होती है। इस चरण में कुल नौ प्रश्नपत्र होते हैं। मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अगला और अंतिम चरण साक्षात्कार का होता है। मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के अंकों के योग से अंतिम मेरिट बनाई जाती है।
UPSC, 2024 में होने वाली प्रारंभिक परीक्षा में लगभग आधा वर्ष शेष है; इस परीक्षा के लिए आपकी संस्था की रणनीति क्या है?
हमारी संस्था ‘संस्कृति IAS’ की स्थापना का ही उद्देश्य है कि प्रारंभिक परीक्षा में हिन्दी माध्यम के अभ्यर्थियों की सफलता दर को बढ़ाना ताकि इसका असर अंतिम चयन सूची में दिखाई दे। होता यह था कि हिंदी माध्यम के अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा पास करने में ही कठिनाई महसूस कर रहे थे। इस कमजोरी को हमारी संस्था ने समझा और गंभीरता से लिया। संस्था ने प्रारंभिक परीक्षा में सफलता दर बढ़ाने के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किए। विगत वर्षों में जिसके परिणाम भी दिखाई पड़ रहे हैं।
सर से अगला प्रश्न था कि आपकी संस्था ‘संस्कृति IAS’ द्वारा UPSC,2024 की तैयारी के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
संस्कृति IAS के कक्षा कार्यक्रम में प्रारंभिक परीक्षा को विशेष महत्त्व दिया गया है। UPSC, 2024 के लिहाज से विशेष कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं-
- टेस्ट सीरीज,2024:
टेस्ट विभिन्न प्रारूपों यथा एन.सी.ई.आर.टी. + खंडवार + मॉड्यूल + संपूर्ण पाठ्यक्रम पर आधारित 34 टेस्ट का कार्यक्रम शुरू किया है।
- TARGET PT 2024 – (GS + CSAT) SPECIAL BATCH:
यह कोर्स UPSC सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन + सीसैट पाठ्यक्रम के व्यापक कवरेज के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है।
- TARGET PT 2024 – GS SPECIAL BATCH:
विशेष रूप से प्रारंभिक परीक्षा के दृष्टिगत सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए चलाया जा रहा है।
- विगत वर्षों के प्रश्नों का अभ्यास कार्यक्रम-
विगत 10 वर्षों में UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का अभ्यास कराया जाएगा।
- PGP (Prelims Guided Programme)-
प्रारंभिक परीक्षा में चयन दर बढ़ाने के लिए प्रत्येक विषय की PT की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा की जा रही हैं।
- PREP (Prepration Enrichment programme)
इस कार्यक्रम में विषयवार बड़ी संख्या में प्रश्नों का अभ्यास कराया जा रहा है।
अधिक जानकारी के लिए विजिट करें: https://www.sanskritiias.com/courses या कॉल करें: 9555124124