यह परीक्षा बहुचरणीय एवं बहुविषयक है। इसके प्रत्येक चरण की प्रकृति विशिष्ट है, समेकित रूप से इसके प्रत्येक चरण की तैयारी करनी होती है। कम समय में पाठ्यक्रम के सभी विषयों को स्टैण्डर्ड स्तरों पर तैयार करना होता है। इस लेख में जानेंगे कि तैयारी में कैसे संतुलन साधा जाए, जिसके लिए चर्चा की है देश की सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्कृति IAS Coaching के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अखिल मूर्ति सर से।
जानकारी के लिए बता दें कि अखिल मूर्ति सर सिविल सेवा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को इतिहास विषय पढ़ाते हैं। अखिल सर दृष्टि IAS को छोड़ने के बाद वर्तमान में संस्कृति IAS कोचिंग में पढ़ा रहे हैं, जिसके मैनेजिंग डायरेक्टर भी है। यह कोचिंग दिल्ली के मुख़र्जीनगर से संचालित हो रही है, जिसकी एक शाखा प्रयागराज में भी है।
चर्चा में सर से पूछा कि UPSC के अभ्यर्थी एक बार में परीक्षा कैसे उत्तीर्ण करें?
सर ने बताया कि इस परीक्षा की सम्पूर्ण प्रक्रिया कई स्तरों में पूरी होती है, जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न, लिखित प्रश्न एवं मौखिक प्रश्न पूछे जाते हैं। ये प्रश्न बहुविषयक होते हैं। इसकी तैयारी के लिए सर्वप्रथम सभी विषयों का अध्ययन करना होता है, जिसमें अध्ययन के क्रम में इस बात का विशेष ध्यान रखना होता है कि अध्ययन बहुविकल्पीय एवं लिखित दोनों के लिहाज से हो। वह अभ्यर्थी जो सामंजस्य बनाते हुए सभी विषयों के अध्ययन में संतुलन साध लेते हैं और तैयारी में सभी चरणों को पर्याप्त समय देते हैं; निश्चित रूप से सफल हो जाते हैं।
अभ्यार्थियों की असंतुलित तैयारी में कई स्थितियां बनती हैं; जैसे-
- प्रारंभिक परीक्षा तो पास कर लेते हैं, लेकिन मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण नहीं हो पाती है
- मुख्य परीक्षा की तैयारी अच्छी है, लेकिन प्रारंभिक परीक्षा पास नहीं हो पा रही
- ज्ञान बहुत है लेकिन अभिव्यक्ति नहीं हो पा रही
- ज्ञान बेहतर है लेकिन व्यक्तित्व कमजोर है
- किसी विषय के विशेषज्ञ हैं, तो किसी विषय में जानकारी शून्य है; आदि
सर ने संतुलित तैयारी के टिप्स दिए हैं, जो निम्नलिखित हैं-
- संपूर्ण पाठ्यक्रम को समझें
- शुरुआत NCERT की किताबों से करें
- विषय की स्टैण्डर्ड पुस्तकों को भी पढ़ें
- प्रत्येक विषय को वरीयता दें
- रीडिंग एवं राईटिंग को प्रभावी करें
- सभी विषयों की शोर्ट नोट्स बनाएं
- समसामयिकी से अपडेट रहें
- दोहराते रहें
- विगत वर्षों के प्रश्नों का अवलोकन करें
- मॉक टेस्ट हल करें
- व्यक्तित्व को प्रभावी बनाएं; आदि
लेख में साझा की गई जानकारी अभ्यर्थियों की संतुलित तैयारी में सहायक होगी। उक्त बातों को ध्यान में रखते हुए यदि अभ्यर्थी अपनी तैयारी पूरी करता है तो उसके सफल होने की सम्भावना कई गुना बढ़ जाएगी।